भारत में बनेंगे सेमीकंडक्टर! Tata Group की मैन्युफैक्चरिंग शुरू करने की तैयारी
टाटा ग्रुप 5G इक्विपमेंट के बाद सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस में एंट्र्री पर विचार कर रहा है.
(Image: Reuters)
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भारत के ऑटोमोबाइल सेक्टर (India's automobile sector) में बढ़ती सेमीकंडक्टर की डिमांड और कोरोना के चलते ग्लोबल सप्लाई में आई दिक्कतों के बीच टाटा ग्रुप (Tata Group) एक बड़ा कदम उठाने जा रहा है. टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन (Tata Sons Chairman N Chandrasekaran) ने कहा है कि टाटा ग्रुप सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग (semiconductor manufacturing) में एंट्री पर विचार कर रहा है. चंद्रशेखरन ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग का ग्लोबल मार्केट करीब 1 लाख करोड़ डॉलर का है. इसमें टाटा ग्रुप ने एक बिजनेस की नींव रख दी है.
टाटा ग्रुप ने हाल ही में टाटा डिजिटल बिजनेस (Tata Digital Business) को बढ़ाने के लिए 5G इक्विटमेंट मैन्युफैक्चरिंग सेगमेंट में कदम रखा है. इसके लिए टाटा ग्रुप ने कई कंपनियों के साथ पार्टनरशिप की है. टाटा ग्रुप की वैल्यू करीब 100 अरब डॉलर है. बता दें, जापान की सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन की सब्सिडियरी सुजुकी मोटर गुजरात (SMG) को सेमीकंडक्टर की कमी के चलते इस महीने अहमदाबाद प्लांट में प्रोडक्शन घटाने का फैसला करना पड़ा था.
भारत के पास बड़ा मौका!
IMC चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्टी की AGM में चंद्रशेखरन ने कहा कि सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग के लिए बड़े इन्वेस्टमेंट की जरूरत होती है. भारत में फिलहाल कोई भी कंपनी सेमीकंडक्टर नहीं बनाती है. इस समय ग्लोबल सप्लाई चेन पूरी तरह से चीन पर निर्भर है. कोरोना महामारी और पॉलिटिकल वजहों से अब कंपनियां दूसरे देशों पर निर्भर हो रही हैं. ऐसे में सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग में दुनिया का दूसरा बड़ा हब बनने के लिए भारत के पास अच्छा अवसर है. हालांकि, टाटा ग्रुप ने इस प्लान की ज्यादा जानकारी शेयर नहीं की है.
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Tata Digital का बड़ा प्लान
टाटा संस के चेयरमैन चंद्रशेखरन ने कहा कि टाटा डिजिटल कंज्यूमर्स से जुड़े अलग-अलग प्लेटफॉर्म तैयार कर रहा है. इसमें रिटेल, ट्रैवल, फाइनेंशियल सर्विसेज, हेल्थ और एजुकेशन शामिल है. उनका कहना है कि हम बार-बार खरीदे जाने वाले प्रोडक्ट्स के साथ- साथ गैर-जरूरी खर्च से जुड़े प्रोडक्ट्स पर भी फोकस कर रहे हैं. इसमें आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, क्लाउंड और डेटा को तेजी से अपनाने की जरूरत है. टाटा ग्रुप की यह प्राइयारिटी है.
डिजिटल सर्विसेज से बनेंगे जॉब के मौके
चंद्रशेखरन ने कहा कि सभी को हेल्थ और एजुकेशन उपलब्ध कराने के लिए तेजी से डिजिटल सर्विसेज को शुरू करना होगा. इसमें कम स्किल वाले लोगों के लिए जॉब के अवसर बनेंगे. इसके जरिए करीब 3 करोड़ नई नौकरियां पैदा हो सकती हैं. उनका कहना है कि हाइब्रिड वर्किंग संभावनाओं के साथ सेंकेंडरी स्कूल तक पढ़ी 12 करोड़ महिलाओं को जॉब मिल सकती है और जीडीपी में इनका अकेले कंट्रब्यूशन 44 अरब डॉलर हो सकता है.
क्या होते हैं सेमीकंडक्शन (What is semiconductor)
सेमीकंडक्टर सिलिकॉन चिप होते हैं. ये गाड़ी, कंप्यूटर और सेलफोन से लेकर कई दूसरे इलेक्ट्रॉनिक आइटम में इस्तेमाल होते हैं. ये बेहतर तरीके से कंट्रोल और मेमोरी फंक्शन से जुड़े कार्यों को अंजाम देते हैं. हाल के समय में ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में सेमीकंडक्टर का इस्तेमाल पूरी दुनिया में बढ़ा है, क्योंकि नए मॉडल ब्लूटूथ कनेक्टिविटी, नेविगेशन और हाइब्रिड-इलेक्ट्रिक सिस्टम जैसी इलेक्ट्रॉनिक सुविधाओं से लैस आ रहे हैं.
12:59 PM IST